गोलीबार चौक, भारत माता चौक, मस्कासाथ ,नेहरू पुतला,मारवाड़ी चौक का समग्र विकास जरुरी
-2004 के समय हो चुके विकास को वर्तमान में भुला दिया गया
नागपुर.(आनन्दमनोहर जोशी)
भारत क़े प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम से मस्कासाथ चौक के पास प्रतिमा को शांतिदूत के नाम से जरूर स्थापित किया गया. इस प्रतिमा में पंडित जवाहरलाल नेहरू के हाथ में कबूतर सहित खड़ी मुद्रा में प्रतिमा दिखाई दे रही है.गोलीबार चौक पर कमल के फूल के बीच शहीद स्वतन्त्रता सेनानियो के नाम लिखे गए है.गोलीबार चौक और मारवाडी चौक के बीच द्विभाजकों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है .मारवाडी चौक पर वर्तमान समय में भारतीय मुद्रा एक रूपए के दोनों तरफ के हिस्से को रखकर उसे चोराहे का रूप दिया है.इस चौराहे पर यातायात सिपाही हर वक्त बिना हेलमेट,गलत दिशा से आ रहे वाहन चालक के चालान काटने में व्यस्त रहते है. मारवाडी चौक को मिर्ची बाजार चौक के भी नाम से जाना जाता है.उपरोक्त सभी परिसरों की सड़कों का विकास तत्कालीन पूर्व महापौर विकास ठाकरे,पूर्व आयुक्त टी चंद्रशेखर,पूर्व मुख्यमंत्री स्व.विलासराव देशमुख,पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास विलासराव मुत्तेमवार के कार्यकाल के समय वर्ष 2004 में किया गया. लेकिन 19 वर्षों बाद 2023 में गोलीबार चौक से मारवाडी चौक के द्विभाजक, सड़क और फुटपाथ की स्थिति अत्यंत दयनीय है.नागपुर को सिंगापूर बनाने का स्वप्न हकीकत में बदलने के लिए पश्चिम नागपुर की तरह मध्य,पूर्व,उत्तर नागपुर के विकास की जरुरत है .आज जीरोमाइल , सिविल लाइन्स,सदर,रामदासपेठ,सदर की ही केंद्र और राज्य सरकार क़द्र कर रही है.इतवारी परिसर के अनेक इलाके विकास से कोसों दुर है.