खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में क्रांतिनायक राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के जीवन पर महानाट्य प्रस्तुतीकरण
खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में क्रांतिनायक राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के जीवन पर महानाट्य प्रस्तुतीकरण
-स्थानीय कलाकारों के अभिनय ने दर्शकों का मन मोहा
-क्रान्तिनायक महानाट्य का सफल आयोजन
नागपूर, 27 नवम्बर.
मानवता के पुजारी ,सर्वधर्म समभाव की अलख जगाने वाले और सभी के दिलों में राष्ट्रभक्ति की भावना रखनेवाले राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के जीवन पर आधारित महानाट्य क्रान्तिनायक की प्रस्तुति ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षण संसथान महाविद्यालय के भव्य मैदान में सोमवार को की गई.
ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय के मैदान पर केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के संकल्प को साकार करनेवाले खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के चतुर्थ दिवस पर स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुति की गई. संत तुकडोजी महाराज के जीवन पर आधारित महानाट्य 'क्रांती नायक'की विलोभनीय प्रस्तुति हुई.यहां मौजूद दर्शकों का दिल जीत लिया. कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, पुण्यनगरी के संपादक रमेश कुळकर्णी, लोकशाही वार्ता के संपादक भास्कर लोंढे, लोकसत्ता के संपादक देवेंद्र गावंडे, लोकमत के श्रीमंत माने, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठ के कुलगुरू डॉ. प्रमोद येवले, गुरुदेव सेवा मंडळा के अध्यक्ष अशोक येवले, सचिव राजेश कुंभलकर, रामदास टेकाडे, रुपराव वाघ, सियाराम चावके, ज्ञानेश्वर रक्षक, पूर्व महापौर कल्पना पांडे, मेघे समूह की आभा मेघे की उपस्थिती रही. दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ.
रंगभूमी, नागपूर निर्मित ‘क्रांती नायक’ के महानाट्य की प्रस्तुति राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज जन्मशताब्दी वर्ष २००९ में हुई थी. महानाट्य का यह ४९ वा प्रयोग था. अंधश्रद्धा निर्मूलन, स्वच्छता अभियान, मानव सेवा, भजनों के माध्यम से चिमूर क्रांती, गांधीजी के साथ स्वतन्त्रता की लड़ाई और विनोबाजी भावे के भूदान आंदोलन में सहभाग, गांव गांव में गुरुदेव सेवा मंडळा की स्थापना, महामहिम राष्ट्रपती राजेंद्र प्रसाद की तरफ से ‘राष्ट्रसंत’ उपाधि., ग्रामगीता लेखन, शाहीर संमेलन के माध्यम से कला सन्मान.. ऐसे महाराज के जीवन जीवनकाल की देवभक्ति और देशभक्तीपूर्ण अनेक प्रसंग का प्रस्तुतीकरण भव्य रंगमंच पर किया गया.
इस विशेष अवसर पर पारम्परिक गोंधळ, खंजिरी भजन, पाळणा, ठसकेबाज लावणी, बहारदार आदिवासी और दिंडी नृत्य की प्रस्तुति का आनंद रसिकजानों ने लिया.
करीब 70 कलाकारों का समावेश प्रस्तुतीकरण में रहा.महानाट्य के लेखक पुरुषोत्तम मिराशी, निर्मिती व दिग्दर्शन विलास कुबडे और संगीत दिग्दर्शन वामन काचोळे, नृत्य दिग्दर्शन विरेंद्र लाटणकर, नेपथ्य हेमंत कुबडे व सतीश काळबांडे, प्रकाश योजना किशोर बत्तासे, रंगभूषा लालजी श्रीवास, वेशभूषा श्यामला कुबडे द्वारा की गई . रंगमंच व्यवस्था सतीश बडगे व अक्षय भगत द्वारा की गई . निर्मिती सहाय्य वामन काचोले थे. तुकडोजी महाराज की प्रमुख भूमिका रमेश लखमापुरे और संजय रहाटे द्वारा विशेष मार्गदर्शन किया गया. जयदेव वानखेडे, ची. वल्लभ, भास्कर मेश्राम, मिलिंद रामटेके, मोहन व नितीन पात्रीकर, योगेश राऊत, बिस्मार्क भिवगडे, अभिषेक बेल्लरवार, रविंद्र भुसारी साहित अपर्णा लखमापुरे, मालती वराडे, दिप्ती भाके, रेश्मा इंदूरकर, वर्षा मानकर, पूजा वडतकर, हर्षाली काईलकर आदि अनेक कलाकार ने अपनी कला का अभिनय कर दर्शकों का मन मोह लिया.
विशाल शेळके की हिंदी गीत नजराणा
से शाम के साथ का प्रारम्भ हुआ. उदयोन्मुख गायक, संगीतकार विशाल शेळके द्वारा बॉलिवूड गीत की प्रस्तुति की गई. ‘नमो नमो जी शंकरा’ गीता द्वारा भगवान श्री शंकराला वंदन करके कार्यक्रम का प्रारम्भ हुआ.‘देवा देवा ओ नम:’ के भजन के पश्चात ‘शाम सवेंरे तेरी यादे आती है’, ‘मै रंग शरबतों का’, ‘ओ जालीमा’, ‘बन्नो रे बन्नो मेरी’, ‘कबिरा मान जा’ अशा लोकप्रिय हिंदी गीत की प्रस्तुति की गई.साथ साथ पल पल दिल के पास, तुझसे नाराज नहीं जिंदगी, ए शाम मस्तानी, छुकर मेरे मन को, प्यार दिवाना होता है....आदि पुराने लेाकप्रिय गीते की भी प्रस्तुति की गई. तु ही किस्मत मेरी हे त्याचे ओरिजनल गीत का प्रस्तुतीकरण किया. प्रा. अनिल सोले के हाथों कलाकारों का सत्कार किया गया.
कार्यक्रमा का सूत्रसंचालन रेणुका देशकर व बाळ कुळकर्णी ने किया. वर्षा रेहपाडे द्वारा राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की रंगोली आकर्षण का केंद्र थीं. आयोजन की सफलतार्थ खासदार सांस्कृतिक महोत्सव आयोजन समिती के अध्यक्ष प्रा. अनिल सोले, उपाध्यक्ष प्रा. मधूप पांडे, डॉ. गौरीशंकर पाराशर, अशोक मानकर, दिलीप जाधव, सचिव जयप्रकाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रा. राजेश बागडी, सदस्य बाळासाहेब कुलकर्णी, हाजी अब्दुल कदीर, सारंग गडकरी, अविनाश घुशे, संदीप गवई, संजय गुळकरी, रेणुका देशकर,गुड्डू त्रिवेदी, किशोर पाटील, चेतन कायरकर, आशिष वांदिले, भोलानाथ सहारे,अधिवक्ता नितीन तेलगोटे, मनिषा काशीकर प्रयास कर रहे है.