देव उठनी एकादशी पर निकली पालकी पैदल यात्रा
-घोड़े और रथ पर सवार सजीव झांकियों ने मन मोहा
नागपुर.आनन्दमनोहर जोशी
कार्तिक माह की एकादशी को देवउठनी एकादशी के रूप में उत्साह के साथ मनाया गया.महाराष्ट्र के पारंपरिक विट्ठल रुक्मिणी मंदिरों में धापेवाड़ा, पंढरपुर की तरह पर नागपुर शहर के अनेक मंदिरों में सुबह मंगल आरती, वारकरी भजन कीर्तन, नृत्य आदि के साथ पारम्परिक पोशाख में पुरुष,महिला वर्ग शामिल हुए. तुलसी के वृन्द,पालकी मे विराजमान विठ्ठल रुक्मिणी की पूजा अर्चना कई इलाको में की गई। संभाजी कसार रोड मस्कासाथ परिसर से भव्य पालकी यात्रा निकाली गई.जिसका प्रेमकुमार खंडेलवाल परिवार द्वारा स्वागत किया गया.
शोभायात्रा के साथ चन्द्रशेखर कोचे,मोरेश्वर वानखेड़े,अनिल सुने सहित गणमान्य शामिल हुए.शोभायात्रा मास्कसाथ चौक से नेहरूपुतला , मिर्ची बाजार पुलिया, तेलीपुरा पेवथा, कुम्हारपुरा, राऊत चौक, लालगंज, बारीपुरा होते हुए पुन: मंदिर पहुंची।शोभायात्रा में शामिल पालकी की सेवा पत्रे, कावले परिवार सहित परिसर के भक्तगण कर रहे थे.
आज हरिहर मंदिर धान्यागंज में भी विट्ठल रुक्मिणी मंदिर में वारकरी कीर्तन के आयोजन हुए. मंदिर के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही. जगह जगह तुलसी पूजन के आयोजन भी आज से प्रारम्भ हुए. पोद्यारेश्वर राम मंदिर में अखंड रामायण का पाठ प्रारम्भ हुआ.नागपुर शहर में फूल,पुष्प,पूजा सामग्री,फलाहारी सामग्री की मांग रही.पटाखा दुकानों में भी भारी भीड़ रही.बाजारों में मंगल परिणय के मुहूर्त की ग्राहकी भी आज से शुरू हुई.मिठाइयों की दुकानों में अचानक मिठाई की मांग निकली.फल बाजार में भी उत्साह रहा.