विदर्भ के किसानों को आत्मनिर्भर और ईंधनदाता बनाएंगे - केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी
-समृद्ध खेती के लिए तकनिकी ज्ञान, कौशल की जरुरत
नागपुर. (आनन्दमनोहर जोशी )मध्य भारत की विशाल कृषि प्रदर्शनी एग्रोविजन की कार्यशाला 24 नवंबर से 27 नवंबर तक नागपुर साथी स्थित पीडीकेवी मैदान दाभा में आयोजित की जा रही है.होटल सेंटर पॉइंट रामदासपेठ में पत्रकार परिषद् का आयोजन शुक्रवार को किया गया.अपने सम्बोधन में पत्रपरिषद को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि विदर्भ के नागपुर में 13 वर्ष बाद 14 वें वर्ष में इस आयोजन को विदर्भ सहित मध्यभारत के कृषक इसे सफल बनाएंगे. उन्होंने दस हजार किसानों की हुई आत्महत्याओं के प्रति गहरी चिंता व्यक्त की. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आयोजन में करोड़ों रुपये लगाकर सुलभ तकनीक,कौशल,नर्सरी,बागबानी,चीनी, बीज, जल प्रबंधन ,तालाब,मालगुजार के प्रबंधन करके विदर्भ के हजारों किसानों को समृद्ध, आत्मनिर्भर के साथ ईंधन दाता बनाना है.उन्होंने बताया कि इस आयोजन में 350000 किसानों के आने की संभावना है. उन्होंने कपास के निर्यात कोलम्बो,हल्दिया मार्ग से बांग्लादेश भेजने की जानकारी दी. उन्होंने विश्वास दिलाया कि विदर्भ के किसानों को उनके भाव डॉलर के अनुसार देने की कोशिश की जायेगी.पत्रपरिषद में मत्स्योत्पादन,झींगा उत्पादन,विदेशी नस्ल के गाय,साँड़, जो कि ज्यादा दूध पैदावार दिला सके उसकी व्यवस्था भी करने के प्रति महत्वपूर्ण जानकारी दी.बड़े पैमाने पर नागपुर,भंडारा,चंद्रपुर में 6500 मालगुजारी तालाब के निर्माण में करोड़ों रुपये के निवेश की जानकारी दी . आनेवाले समय में मध्यभारत के किसानों को आत्मनिर्भर,समृद्ध और ईंधन डोनर बनाने के प्रति विश्वास दिलाया. ग्रीन हाइड्रोजन,बायो एविएशन,बम्बू से एथेनॉल निर्माण करने की प्रमुख जानकारी भी भी दी.अन्न प्रक्रियाओ,संतरा उत्पादन,कपास, सोयाबीन,अनाज,सब्जी,नर्सरी,खाद पर विशेष ध्यान देने की बात कही. साथ ही रासायनिक प्रक्रिया हेयर से एमिनो एसिड बनाने,खाद,बीज,वाटर मैनेजमेंट,साबुन,हैंडवाश जैसी वस्तुओं के निर्माण की जानकारी से भी अवगत कराया.जल,जमीं,जानवर,जंगल की प्राकृतिक स्थिति के बारे में भी बताया. खाद,अखाड,बायो मास,प्लास्टिक और वेस्ट मटेरियल कचरे से भी खाद बनाकर उसका प्रयोग खाद के रूप में करने के महत्वपूर्ण अंशों का भी वर्णन किया.नितिन गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीसजी भी किसानों का मार्गदर्शन करेंगे. साथ ही मत्स्यपालन,एनिमल हसबेंडरी,डेरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला,महाराष्ट्र राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल,राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह, आईएएस अधिकारी अलका उपाध्याय, तुकाराम मुंढे,वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार भी इस दौरान उपस्थित रहेंगे.साथ साथ उत्तर प्रदेश,आसाम के कृषि मंत्री भी उपस्थिति देंगे. इस अवसर पर पत्रपरिषद में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, एग्रोविजन आयोजन के सचिव रवि बोरटकर,रमेश मानकर, एग्रोविज़न के सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ.सी.डी माई, सुधाकर कोहले सहित गणमान्य उपस्थित थे.